पीरियड्स का दर्द चुटकी में दूर भगाएंगे ये घरेलू नुस्खे
पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिससे महिला को हर महीने गुज़रना पड़ता है। महिलाओं के लिए ये 5-7 दिन बेहद कष्टदायी होते हैं। महिलाओं के लिए पीरियड्स का दर्द सहना असहनीय होता है। इस दौरान इनको पेट में ऐंठन, जी मिचलाना, चिड़पिड़ापन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यहां हम आपको पीरियड्स का दर्द दूर करने के दो बेहद आसान उपाय बताने जा रहे हैं।
पीरियड्स के दर्द में अदरक है वरदान
अदरक में स्वाद के साथ-साथ कई औषधीय गुण भी होते हैं। यह पीरियड्स के दौरान जोड़ों और कमर में दर्द, जी मिचलाना और पेट दर्द जैसी समस्याओं से निजात दिलाता है।
यहां जानें, मासिक धर्म के दौरान अदरक के उपयोग का तरीका..
सामग्री
- एक इंच अदरक
- शहद
- पानी
कैसे करें उपयोग?
- सबसे पहले एक पतीले में थोड़ा सा पानी लें।
- इसमें एक इंच अदरक डालकर इसे उबाल लें।
- इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें और छानकर तरल को अलग कर लें।
- अब इसमें से एक कप पानी लें।
- फिर इसमें शहद मिलाकर पीएं।
कितनी बार करें सेवन ?अगर आपको पीरियड्स में दर्द ज़्यादा है तो दिन में 2-3 दफ़ा इसका सेवन करें।
कैसे होगा फायदेमंद?अदरक में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह पीरियड्स के दौरान होने वाली ऐंठन से भी निजात दिलाता है।
मासिक धर्म में तुलसी
आमतौर पर तुलसी को सर्दी जुकाम जैसी समस्या के लिए उपयोग किया जाता है लेकिन तुलसी को पीरिड्स की समस्या को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
यहां जानें मासिक धर्म में इसके उपयोग का तरीका..
सामग्री
- 10 से 12 तुलसी के पत्ते
- शहद
कैसे करें उपयोग
- एक गिलास पानी में तुलसी के पत्ते डालकर इसे उबाल लें।
- इसे ठंडा करने बाद छानकर पत्ते अलग कर लें।
- अब इसमें शहद मिलाकर पीएं।
पीरियड्स के दौरान आप दिन में दो से तीन बार इसका सेवन कर सकते हैं।
तुलसी एक प्राकृतिक दर्द निवारक है। इसमें मौजूद कैफीक एसिड एनाल्जेसिक (analgesic) दर्दनाशक की तरह काम करता है। इसलिए यह पीरियड्स के दर्द को दूर करने में कारगर है। इसके अलावा यह अनियमित पीरियड्स की समस्या को भी ठीक कर सकता है।