इन नुस्खों में छिपा है एनीमिया का उपचार | Anemia Home Remedies - Atiyaherbs

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इन नुस्खों में छिपा है एनीमिया का उपचार

एनीमिया - Anemia
15 September, 2018

एनीमिया के बारे में कुछ जरूरी तथ्य:

  • एनीमिया का शाब्दिक अर्थ है शरीर में खून की कमी का होना
  • एक सर्वे के मुताबिक़ भारत की 80 फ़ीसदी से अधिक महिलाएं खून की कमी एनीमिया से ग्रस्त हैं
  • हमारे शरीर में दो तरह की रक्त कोशिकाएं पाई जाती हैं. एक लाल और दूसरी सफ़ेद
  • लाल रक्त कणिकाएं हमारे शरीर की आन्तरिक क्रिया में ईधन के रूप में इस्तेमाल होती हैं
  • खून का मुख्य कार्य फेफड़े से ऑक्सीजन लेकर धमनियों तक रक्त पहुचाने का होता है
  • शरीर में खून इधन की तरह कार्य करता है

खून के बिना मानव जीवन की कल्पना बेमानी सी लगती है. एनीमिया (Anemia) का शाब्दिक अर्थ है शरीर में खून की कमी का होना. यह तब होता है जब शरीर में लाल रक्त कणिकाओं के बनने की प्रक्रिया उसके टूटने की प्रक्रिया से मंद पड़ जाती है. हमारे शरीर में दो तरह की रक्त कोशिकाएं पाई जाती हैं. एक लाल और दूसरी सफ़ेद. लाल रक्त कणिकाएं ( Red Blood Corpuscles) हमारे शरीर की आन्तरिक क्रिया में ईधन के रूप में इस्तेमाल होती हैं. सफ़ेद रक्त शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को संतुलित बनाए रखता है. लाल रक्त कणिकाओं में हीमोग्लोबिन पाया जाता है. शरीर में खून बढाने के तरीक, कमी के कारण, लक्षण, उपचार और सावधानी बरतने के लिए कुछ मुद्दों पर गौर करने की जरूरत होती है.

जानिए क्या है एनीमिया?: (Know What Is Anemia)

एक सर्वे के मुताबिक़ भारत की 80 फ़ीसदी से अधिक महिलाएं खून की कमी एनीमिया से ग्रस्त हैं. यह खुद में कोई गंभीर बीमारी नहीं है लेकिन समय से उपचार ना होने से यह बहुत से रोगों की वजह बन जाता है. हमारे शरीर में खून इधन की तरह कार्य करता है. शरीर में खून की कमी(Lack of blood in the body)
से बहुत सी गंभीर बीमारियां जन्म लेने लगती हैं. हीमोग्लोबिन( Hemoglobin) शरीर में खून बढ़ाने और कम करने का प्रमुख स्त्रोत होता है. खून का मुख्य कार्य फेफड़े से ऑक्सीजन लेकर धमनियों तक रक्त पहुचाने का होता है. इस बीमारी से शरीर कई रोगों की चपेट में आ जाता है. शरीर में दीर्घावधि से चल रही किसी भयानक बीमारी से भी यह समस्या उत्पन्न हो जाती है.

एनीमिया सम्बंधित तथ्य और आंकड़े: (Facts and figures related to anemia)

दुनिया का हर इंसान स्वस्थ रहना चाहता है लेकिन शरीर में खून की कमी (Lack of blood in the body) उसे बहुत कमजोर बना देती है. शरीर में लाल रक्त कणिकाओं की कमी से ही एनीमिया की स्थिति उत्पन्न होती है. शरीर में लगातार घट रहे हीमोग्लोबिन स्तर (Hemoglobin Level) से यह रोग स्वतः उत्पन्न हो जाता है इस समस्या के सामने आने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं और कई मामलों में तो इंसान काल के गाल में भी समा जाता है. एक सर्वे के मुताबिक़ हमारे देश में करीब 40 फीसदी से अधिक जनसँख्या एनीमिया की चपेट में है. यह एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है. यह समस्या बच्चों, युवाओं और महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है. देश में हर साल खून की कमी के करीब 1 करोड़ मामले सामने आते हैं. इनमें सबसे ज्यादा संख्या गर्भवती महिलाओं और बच्चों की होती है.

एनीमिया के कारण (Anemia Causes)

  • जठराग्नि के रोग जैसे बवासीर, आन्त्र्सोथ शरीर में खून की कमी के कारण हो जाते हैं.
  • अत्यधिक मात्रा में दर्दनिवारक दवाओं के इस्तेमाल से पेट में हुआ अल्सर एनीमिया का कारण( Ulcerative anemia)हो जाता है.
  • आयरन और विटामिन की कमी से शरीर में खून की कमी हो जाती है.
  • शरीर में किसी गंभीर रोग के कारण भी शरीर में खून की कमी ( Blood Deficiency In Body)हो सकती है.
  • भोजन में मानक के हिसाब से कैलोरी की कमी.
  • पेट में संक्रमण के कारण भी खून की कमी ( Blood Deficiency) हो जाती है.
  • किसी चोट के कारण हुए अत्यधिक रक्तश्राव के कारण भी खून की कमी हो जाती है.
  • एनीमिया खून की कमी का बड़ा कारण होता है.
  • महिलाओं में पीरियड्स के दौरान ज्यादा मात्रा में रक्तस्राव.
  • किडनी कैंसर से पीड़ित मरीज में इरायथ्रोपोयॅटीन हारमोन का निर्माण होना बंद हो जाता है. इसकी वजह से लाल रक्त कणिकाएं टूटना शुरू हो जाती हैं. इससे शरीर में आयरन की कमी ( Iron Deficiency In Body)हो जाती है. इससे हीमोग्लोबिन स्तर ( Hemoglobin Level)में भारी कमी आ जाती है.
  • थैलेसेमिया ( Thalassemia)एक आनुवंशिक रक्तजनित रोग होता है. यह एक तरह का आनुवंशिक रोग होता है. इसमें हीमोग्लोबिन ( Hemoglobin) अचानक बहुत कम या ज्यादा हो जाता है.
  • हार्मोन के असंतुलन से एनीमिया होने का खतरा (Danger of anemia) बढ़ जाता है. इस कारण शरीर में गठिया, मधुमेह, कैंसर जैसे रोग पनपकर एनीमिया पैदा कर देते हैं.

एनीमिया के लक्षण: (Symptoms Of Anemia)

  • बिना काम किए ही थकान का अनुभव होना
  • दिल की धडकनों का असामान्य स्थिति में धड़कना
  • नाखूनों की रंगत पीला पड़ जाना
  • सांस लेने में समस्या होना और सीने में दर्द
  • चमड़ी का रंग पीला पड़ जाना.
  • भूंख में अचानक कमी का अनुभव.
  • पेट में जलन का अनुभव होना.
  • अक्सर चक्कर आना
  • हाथों पैरों के साथ शरीर में सूजन हो जाना.
  • यदि ऐसे लक्षण महसूस हों तो समझ लेना चाहिए कि आपके शरीर में खून की कमी ( Blood Deficiency)हो गई है.

जानिए किसे हो सकता है एनीमिया: (Know whom can be affected by Anemia)

  • बच्चों को पोषक तत्व ना मिलने से एनीमिया या खून की कमी हो जाती है.
  • बवासीर से ग्रस्त रोगी खून की कमी के चपेट में आ जाते हैं
  • शरीर में कैंसर भी एनीमिया पैदा कर देता है.
  • युवा भी इसके चपेट में आ जाते हैं.
  • लड़कियां और गर्भवती महिलाएं खून की कमी से ज्यादा ग्रस्त रहती हैं.
  • वैसे एनीमिया किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकता है.

खून की कमी सम्बंधित जटिलताएं: ( Blood loss related complications)

हीमोग्लोबिन का कार्य ( Function Of Hemoglobin) शरीर में आक्सीजन का संचार करना होता है. जो शरीर की मेंटाबोलिक क्रिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है. शरीर की अनुवांशिक संरचना में खराबी आ जाने से बहुत से रोग उत्पन्न हो जाते हैं. शरीर में खून की कमी ( Blood deficiency In Body) से आन्तरिक ऑर्गन पर बुरा असर पड़ता है. लड़कियों में मासिक धर्म के समय हुआ भारी रक्तश्राव शारीरिक जटिलताएं पैदा कर जाता है. गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी के समय काफी मात्रा में रक्तश्राव होता है. देश के कई इलाके ऐसे भी हैं जहां महिलाओं को मानक के अनुरूप पोषक तत्व ना मिल पाने से खून की कमी (Blood Deficiency) हो जाती है.

एनीमिया से बचने के उपाय:(Measures to Avoid Anemia)

  • खून की कमी से बचाव के लिए खानपान में पोषक तत्वों को शामिल करें.
  • एनीमिया का पता लगाने के लिए आपको पैथालोजी में जाकर CBC (Complete Blood Count) जांच कराने की जरूरत होती है.
  • इस जांच में चिकित्सक आपके हेमाटोक्रिट और हीमोग्लोबिन स्तर ( Hematocrit And Hemoglobin Level) की स्थिति की जांच करेंगे.

पुरुषों में हेमाटोक्रिट(Hematocrit in men) स्तर सामान्यतः 40 से 50 तक होता है और महिलाओं में इसका स्तर 35 से 40 होता है. यह सामान्य इकाई है. यदि इससे कम स्तर पाया जाता है तब एनीमिया का उपचार (Treatment Of Anima) शुरू किया जाता है.

  • इसके अलावा चिकित्सक कभी-कभी आपके मज्जा का नमूना भी जांच करता है और पता लगता है कि इसकी असल वजह क्या है.
  • पानी का अधिक से अधिक प्रयोग करें.
  • भोजन में हरी साग सब्जियों की मात्रा बढाएं.
  • नियमित दूध का इस्तेमाल करें.
  • अंकुरित अनाज और दालों का सेवन करें.

एनीमिया में प्राकृतिक उपचार: (Natural remedies in anemia)

इस आधुनिक युग में किसी भी बीमारी की कई विधियाँ बाजार में मौजूद हैं. इनमें प्राकृतिक विधि द्वारा उपचार होने पर साइड इफेक्ट का ख़तरा ना के बराबर रहता है. अन्य उपाय बेहद खर्चीले होने के साथ ही कई तरह के साइड इफेक्ट अपने पीछे छोड़ जाते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में बताएँगे जो आपके शरीर से एनीमिया को दूर भगाने में बेहद असरदार हैं.

हीमोग्लोबिन बढ़ाने के घरेलू नुस्खे (Home remedies for hemoglobin enhancement)

पालक के सेवन से बढाएं शरीर में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)

पालक - paalak

 

  • लाल जड़ वाली पालक बाजार में आसानी से उपलब्ध रहती है.
  • पालक को अच्छे से साफ़ कर लें.
  • इसका साग लोहे की कड़ाही या तवे पर बनाएं.
  • इसका सेवन सूप बनाकर भी किया जा सकता है.
  • रोज रात में सोते वक्त के खाने में पलक के साग का सेवन हीमोग्लोबिन(Hemoglobin) को बढ़ा देता है.
  • पालक में आयरन और फ़ॉलिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है.
  • इसका सेवन साल के हर दिन करना चाहिए.

खून की कमी में आजमाएं चुकंदर और शहद (Try in the constraints of blood sugar beet and honey)

चुकंदर और शहद - beetroot-and-honey

 

  • एक से 2 चुकंदर को अच्छे से चाक़ू से साफ कर काट लें.
  • मिक्सी की मदद से इसका जूस निकाल लें.
  • इस जूस में एक चम्मच शहद मिलाएं.
  • इसे सुबह शाम एक गिलास पीने से शरीर में हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) की मात्रा बढ़ने लगती है.

खून बढ़ने में दूध और खजूर का सेवन.

दूध और खजूर - milk-with-dates

 

  • खून बढ़ाने के उपाय के लिए दूध और खजूर का सेवन बहुत ही फायदा पहुंचाता है.
  • 250- से 500 एमएल दूध को अच्छे से उबाल लें.
  • रात को सोने से पहले 4 खजूर को बीज निकलकर अच्छे से खा लें
  • खजूर खाने के बाद गुनगुना दूध पी लें.
  • यह प्रक्रिया रोज सोने से पहले करने की जरूरत होती है.
  • इससे आपके शरीर में खून बनना शुरू हो जाता है.

खून बढ़ाने के लिए कुछ आवश्यक सलाह (Essential advice to increase blood in the body)

  • दिन की शुरआत योगा और मैडिटेशन से करें.
  • खाने के बाद कुछ कदम पैदल जरूर चलें.
  • गुटखा, धूम्रपान और शराब की लत से दूर रहें.
  • चाय, कॉफ़ी का कम से कम इस्तेमाल करें.
  • तली-भुनी चीजों से परहेज करें.
  • अपने भोजन में विटामिन और प्रोटीन वाले भोजन की मात्रा को बढाएं.
एनीमिया में खान-पान सम्बंधित सुझाव: (Food related suggestion in anemia)
  • खून की कमी ( Blood Deficiency) दूर भगाने के लिए चुकंदर का सेवन महत्वपूर्ण होता है. इसमें प्राकृतिक आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है.
  • हीमोग्लोबिन स्तर ( Hemoglobin Level) बढ़ाने के लिए अंजीर का सेवन फायदेमंद होता है. इसमें विटामिन बी12, कैल्सियम, आयरन, फास्‍फोरस, पोटैशियम जैसे कई अन्य पोषक तत्‍व पाये जाते हैं जो खून की कमी समाप्त कर देते हैं.
  • टमाटर में विटामिन सी, वीटा कैरोटीन और आयरन प्रचुरता से पाया जाता है. इसका इस्तेमाल खून की कमी दूर करता है.
  • भेंड के मांस में विटामिन बी प्रचुरता में पाया जाता है. इसका सेवन शरीर में खून की कमी दूर करता है
  • सूखे मेवे, काजो और बादाम में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसका सेवन एनीमिया में फायदेमंद होता है.
  • शहद में कॉपर और मैग्नीशियम पाया जाता है जो खून की मही दूर करता है.
  • सेब में आयरन और विटामिन सी पाया जाता है. शरीर में खून की कमी रोकने में यह फायदा पहुंचता है.
  • अनार में विटामिन सी और आयरन के साथ एंटी ओक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं.
  • अंडे का सेवन एनीमिया में बेहतर रहता है. इसमें मौजूद प्रोटीन हीमोग्लोबिन स्तर को बढाने में सहायता करता है.
एनीमिया में जीवनशैली सम्बंधित सुझाव:(Lifestyle Suggestions in Anemia:)
  • जंक फ़ूड, तैलीय आहार खाने से बचें.
  • पानी को उबालकर छनकर इस्तेमाल करें.
  • धूम्रपान, मदिरापान का सेवन ना करें.
  • समय से पूरी नीद लें.
  • अपने डाईट का चार्ट तैयार करें और इसे नियमित करें.
  • तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें
एनीमिया में व्यायाम/योगा: (Exercise / Yoga in Anemia)
  • खून की कमी होने पर ज्यादा आसन और कसरत करने की जरूरत नही होती.
  • सूर्य नमस्कार के एक दो आसन कर सकते हैं.
  • गोमुख आसन करके भी फायदा उठाया जा सकता है.

एनीमिया में क्या करें? (What to do in anemia?)

  • टैनिन युक्त चीजें जैसे, चाय, कॉफ़ी, अंगूर, ज्वार आदि का प्रयोग ना करें. टैनिन तत्व शरीर में आयरन का सही से अवशोषण नही होने देता.
  • ग्लूटेन से पूरित खाद्य पदार्थों जैसे, जौ और राय का कम से कम प्रयोग करें.
  • ब्राउन राईस, राजमा का सेवन हानिकारक होता है.
  • यदि आप शरीब का सेवन करते हैं तो इससे परहेज़ करना जरूरी होता है. इसमें कई ऐसे विषैले तत्व होते हैं जो एनीमिया का प्रमुख कारण (The major cause of anemia) बन जाते हैं.
  • गाजर का जूस पीने से शरीर में आयरन की मात्रा ( Iron Amount in Body) बढ़ती है.
  • ड्राई फ्रूट्स के प्रयोग से हीमोग्लोबिन का स्तर (Hemoglobin Level) बढ़ जाता है.
  • अनार के रस का सेवन शरीर में खून बढ़ाने का काम करता है.

एनीमिया में यूनानी चिकित्सा से उपचार:(Treatment with Unani Medicine in Anemia)

एनीमिया में असरदार है माजून अखरोट प्राश: (Majoon Akhrot Prash Effective In Anemia)
ऊपर दिए गए नुस्खे असरदार तो होते हैं लेकिन इससे हीमोग्लोबिन बढ़ने में समय लग सकता है. यदि आप बिना साइड इफेक्ट एनीमिया का फौरी उपचार करना कहते हैं तो अतिया हर्ब्स का माजून अखरोट प्राश( Majoon Akhrot Prash) एक असरदार यूनानी दवा है. यह दवा GMP द्वारा प्रमाणित है. यह अखरोट, पिपली, चीनी, बाला, गोखरू, मुनक्का, बड़ी काटेरी, मुनक्का, हरड, गुडूची, नागरमोथा, अश्वगंधा, मुलेठी, सोंठ, आंवला, घी, अभ्रक और काली मिर्च से मिलकर बना होता है. इसके अलावा इसमें कुछ दुर्लभ जड़ी बूटियाँ भी मिलाई जाती हैं.

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