गैस की समस्या और खुजली से हैं परेशान तो अपनाएं मंजर आलम साहब के आजमाए हुए कारगर देसी नुस्खे!

1 Days ago | 5 mins

साथियों, अगर आप सही खानपान और एक्सरसाइज पर ध्यान नहीं देते हैं तो उम्र बढ़ने के साथ शरीर का कमजोर होना और बीमारियों का आना आम बात है। आज की ये कहानी मंजर आलम साहब की है, जो दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 20 के बलवीर बिहार में रहते हैं, और मदरसे में बच्चों को तालीम देते हैं। इनके जीवन में भी 40 की उम्र के बाद एक समय ऐसा आया जब शुगर, कोलेस्ट्रॉल, पेट की समस्या, स्किन एलर्जी, खुजली और जलन जैसी स्वस्थ समस्याओं ने इनकी जिंदगी को बहुत मुश्किल बना दिया था। जिस वजह से इनके साथ-साथ इनके बीवी और बच्चे भी परेशान रहने लगे थे।

मंजर आलम साहब मुख्य समस्याएं

सही खान-पान न होने की वजह से अचनक ही इनके पेट में गैस बनना शुरू हो गई थी, पेट की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही थी, रात्रि में खाना खाने के बाद जब ये सोते थे तो इनके पेट में गैस बनने की वजह से रात में कई बार उठकर बैठ जाते थे, ऐसा लगता था जैसे पूरा खाना निकलकर बाहर आ जाएगा। इस समस्या से राहत पाने के लिए मंजर आलम साहब ने कई तरीके अपनाए लेकिन कहीं कोई राहत नहीं मिल रही थी।

खुजली की समस्या की वजह से मंजर आलम साहब बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे, पूरे शरीर पर लाल दाने निकाल आए थे जिसकी वजह से खाने में परहेज भी करना पड़ता था, बहुत कुछ खाने को मन करता था लेकिन खा नहीं पाते थे, इन लाल दानों की वजह से पूरे शरीर में खुजली होती थी, खुजलाने में मजा तो आता था लेकिन बाद में बहुत जलन भी होती थी, खुजली के कारण कपड़े पहनने में जलन महसूस करना एक बड़ी समस्या बन गई थी। खुजली इतनी ज्यादा थी की कभी-कभी ये अपने बच्चों को कंगी से खुजलाने के लिए बोलते थे। इन समस्याओं की वजह से मंजर आलम साहब का घर से बाहर कहीं भी जाने का मन नहीं करता था दिनभर घर पर रहने के कारण शरीर भी आलसी हो गया था।

हकीम साहब से कैसे जुड़े

मंजर आलम साहब कई डॉक्टरों को अपनी समस्याएं बता चुके थे लेकिन उन्हें कहीं कोई राहत नहीं मिल रही थी। अंग्रेजी दवाई खाने से कुछ दिनों के लिए तो राहत मिल जाती थी लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर से वही हाल हो जाता था, उन्हें कुछ भी समझ नहीं या रहा था की क्या करें, फिर एक दिन, उनकी पत्नी ने हकीम सुलेमान साहब का प्रसिद्ध प्रोग्राम “सेहत और जिंदगी” देखा। जिसमें हकीम साहब घरेलू उपचारों के बारे में बता रहे थे और कॉल पर उनसे पुराने मरीज जुड़ रहे थे जो स्वस्थ होकर हकीम साहब को धन्यवाद कह रहे थे। इस प्रोग्राम में कुछ मरीज ऐसे भी थे मंजर आलम साहब की ही तरह पेट की समस्या और खुजली की समस्या से परेशान थे और हकीम साहब से जुड़कर और उनके नुस्खे अपनाने के बाद राहत पा चुके थे।

बमंजर आलम साहब की कहानी से जुड़े खास बिन्दु:

  • पेट की गैस और खुजली ने मंजर आलम साहब की नींद और आराम को पूरी तरह से प्रभावित किया।
  • खुजली और लाल दानों के कारण उनके शरीर में जलन और असहनीय दर्द रहता था।
  • अंग्रेजी दवाओं से राहत मिलती थी, लेकिन समस्याएं फिर से वापस आ जाती थीं।
  • खुजली के कारण मंजर आलम साहब को घर से बाहर जाने में भी कठिनाई महसूस होती थी।

हकीम साहब से सुनकर मंजर साहब की पत्नी ने घर पर बनाया देसी नुस्खा

हकीम साहब का फेमस शो ‘सेहत और जिंदगी’ प्रोग्राम को देखने के बाद इनकी बीवी ने हकीम साहब का बताया हुआ नुस्खा घर पर बनाया। हकीम साहब के बताए अनुसार मंजर आलम साहब की पत्नी ने धनिया, जीरा, मैथी, सौंफ और सौंठ का पाउडर और भुनी हुई अलसी का पाउडर तैयार किया और हकीम साहब की संस्था में कॉल करके जैतून नमक और खाने का सोडा और जैतून सिरका मंगाया। हकीम साहब के बताए निर्देशों के अनुसार इन्होंने मंजर आलम साहब ने गुनगुने पानी से इन नुस्खों का सेवन किया। इन नुस्खों ने सच में अपना असर दिखाया जिससे मंजर आलम साहब को पेट और स्किन दोनों समस्याओं में धीरे-धीरे राहत मिलनी शुरू हो गई जिससे मंजर आलम साहब को भी इन नुस्खों पर विश्वास हो गया और उनने नुस्खों को लेना जारी रखा।

हकीम साहब के नुस्खे अपनाने के बाद मंजर आलम साहब की जिंदगी में बदलाव:

  1. पेट की गैस और स्किन एलर्जी की समस्या से राहत पाने के लिए प्राकृतिक नुस्खे कारगर साबित हुए।
  2. हकीम साहब के नुस्खों ने मंजर आलम साहब की सेहत को बेहतर बनाया, शुगर और कोलेस्ट्रॉल में भी फर्क आया।
  3. 6 महीने के नियमित सेवन से न केवल शारीरिक समस्याओं में राहत मिली, बल्कि बड़ा हुआ वजन भी कम हुआ है।

6 महीने तक निरंतर सेवन से दिखे सकारात्मक परिणाम :

मंजर आलम साहब ने 6 महीने तक इन प्राकृतिक नुस्खों का नियमित रूप से सेवन किया और परिणाम बेहद लाभकारी रहे। न केवल उनकी पेट और स्किन की समस्याओं में राहत मिली, बल्कि उनका वजन भी 3 किलो कम हो गया। जैतून के सिरके से उन्हें शुगर और कोलेस्ट्रॉल की समस्याओं में भी राहत मिल गई। अब वे न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस करते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी पूरी तरह से तरोताजा हैं। इन नुस्खों के लाभ से खुश होकर मंजर आलम साहब ने अपने दो दोस्तों को भी यह नुस्खे बताए, और उन्हें भी इसका लाभ मिला। अब वे पूरी तरह से स्वस्थ जीवन जी रहे हैं और कहीं भी बिना किसी चिंता के रिश्तेदारों के यहाँ या फिर किसी भी समारोह में जा सकते हैं और जो चाहें खा सकते हैं। हकीम सुलेमान साहब के द्वारा बताए गए प्राकृतिक नुस्खों ने मंजर आलम साहब की सेहत में क्रांतिकारी बदलाव किया। अगर आप भी ऐसी किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो जल्द से जल्द हकीम सुलेमान साहब से जुड़ें। मंजर आलम साहब की तरह आप भी वर्षों पुरानी किसी भी तरह की समस्या में राहत पा सकते हैं।

आप मंजर आलम साहब के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं…

जैतून का सिरका क्या है?

हकीम सुलेमान साहब का जैतून का सिरका विभिन्न रोगों जैसे मधुमेह नियंत्रण, पाचन, गैस्ट्रिक से संबंधित समस्या, लिवर से संबंधित समस्या, गुर्दे से संबंधित समस्या, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की समस्या के लिए एक आदर्श हर्बल उपचार है। हकीम साहब के अनुसार जैतून का सिरका शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए काफी असरदार है। शुगर के लिए यह सिरका फायदेमंद है। जैतून का सिरका पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है। इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसकी खुराक को हकीम साहब या हकीम साहब की कंपनी के डॉक्टरों द्वारा बताई गयी मात्रा में ही लेना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन इसकी काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।

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