पेट की समस्या से परेशान आर.बी वर्मा जी को मिला हकीम जी के नुस्खों से काफी फायदा

2 months ago | 5 mins

शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यक्ति क्या कुछ नहीं करता। लेकिन फिर भी वह असफल ही रह जाता है। कई समस्याएं बढ़ती उम्र के साथ होती हैं जिनमें से एक है पेट की समस्या। बदलती लाइफस्टाइल में आपका खानपान अच्छा हो यह बहुत जरूरी है। आज के समय में लोग जंक फूड खाना ज्यादा पसंद करते हैं। जिसकी वजह से पेट से जुड़ी कई समस्याएं भी हो सकती हैं। अच्छा भोजन खाना और अच्छी सेहत रखना कौन नहीं चाहता है। लेकिन यदि व्यक्ति का खान पान ही उसकी समस्या का कारण बन जाये तो परेशानी हो सकती है क्योंकि हमारे शरीर का सारा कनेक्शन पेट से ही होता है और यदि पेट ही स्वस्थ नहीं रहेगा तो फिर शरीर कैसे स्वस्थ रहेगा और जब शरीर ही स्वस्थ नहीं रहेगा तो अच्छी सेहत कहाँ से बन पायेगी। आज हम आपको एक ऐसे व्यक्ति की आत्मकथा बताने वाले हैं जिन्होंने अपना सारा जीवन देश की सेवा में लगा दिया और खुद पर ध्यान नहीं दिया। खुद पर ध्यान ना देने की वजह से ही उन्हें पाचन संबंधी समस्या हो गयी और बढ़ती उम्र के साथ इस समस्या से वह काफी परेशान रहने लगे। ऐसे में उन्होंने यूनानी नुस्खों का इस्तेमाल किया और खुद को सेहतमंद करके साबित कर दिया की यूनानी नुस्खों में इतनी ताकत है कि पुरानी से पुरानी समस्या से भी आराम पाया जा सकता है। उन महान व्यक्ति का नाम है आर. बी. वर्मा।

जानिए आर.बी वर्मा जी कौन हैं?

लखनऊ के इंदिरा नगर में रहने वाले 65 वर्षीय आर. बी. वर्मा जी पेशे से सेल्स टैक्स विभाग में एडिशनल कमिश्नर में कार्यरत रह चुके हैं। काफी लंबे समय तक देश के लिए सेवा और समर्पण का त्याग करने के बाद वर्मा जी साल 2016 में रिटायर हो गये थे। वर्मा जी का एक बहुत ही छोटा और प्यारा सा परिवार है। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है। आर. बी. वर्मा जी के छोटे बेटे और उनकी पत्नी भारत के सम्मानित न्यायालय में एक सम्मानित जज के रूप में कार्यरत हैं।

वर्मा जी की बेटी एक सरकारी कॉलेज में प्रोफेसर के रूप में काम कर रही हैं। उनकी बेटी के पति भारत में एक सम्मानित रिवेन्यू ऑफिसर (तहसीलदार) हैं। वर्मा जी का सबसे बड़ा बेटा और उनकी पत्नी बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। आर. बी. वर्मा जी ने अपना सारा जीवन देश की सेवा में लगा दिया और खुद की सेहत पर कोई ध्यान ही नहीं दे पाये और पाचन संबंधी समस्या की हो गयी। लेकिन वर्मा जी ने अपने विवेक से और यूनानी नुस्खों की मदद से खुद को सेहतमंद कर ही लिया।

सालों पुरानी पेट की समस्या से परेशान आर.बी वर्मा जी को आखिर ये दिक्कत हुई कैसे?

आर.बी वर्मा जी को 50 साल पुरानी कब्ज की समस्या थी। जिसके कारण उन्हें एसिडिटी, गैस, पेट दर्द और जलन की समस्या भी हो गई। इस समस्या पर ध्यान ना देने की वजह से उन्हें 1997 में पित्त की थैली भी निकलवानी पड़ी थी। पेट से पित्त की थैली निकलवाने के बाद वर्मा जी के पेट की समस्या और ज्यादा बढ़ गयी। वर्मा जी ने अपनी पेट की समस्या के लिए एलोपैथिक दवाओं का सेवन भी किया। पर उस समय की स्थिति ये थी कि जब तक दवाओं का सेवन जारी है तब तक आराम है। जैसे ही दवा खाना बंद किया तो समस्या दोबारा से वहीं आकर खड़ी हो जाती थी जैसे कि शुरूआत में थी। एक समय आया जब वर्मा जी ने खुद को सेहतमंद करने के लिए हर तरह का प्रयास किया। लेकिन उन्हें सही रूप से कोई राहत नहीं मिल पाई। ऐसी स्थिति में वे अपनी सेहतमंद होने की पूरी उम्मीद खो चुके थे। चारों तरफ से निराश हो चुके आर.बी वर्मा जी को सेहतमंद होने की कोई किरण दिखाई नहीं दे रही थी। जब इंसान के सभी रास्ते बंद हो जाते हैं तो उसे भगवान की तरफ से कोई ना कोई रास्ता जरूर दिखाई देता है। वो कहते हैं ना कि जब दिन बुरे होते हैं तो बुरे दिनों के बाद अच्छे दिन भी आना तय है शायद आर.बी वर्मा जी के जीवन में भी अच्छे दिन आने ही वाले थे

आर.बी वर्मा जी को किन- किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा?

  1.  पेट में लगातार दर्द बना रहता था
  2.  सालों पुरानी पेट की समस्या होने की वजह से दिक्कत बढ़ रही थी
  3.  उन्होंने उम्मीद ही छोड़ दी थी की वह कभी स्वस्थ हो पाएंगे

आर.बी वर्मा जी यूनानी के मशहूर हकीम साहब से कैसे जुड़े? जानें पूरी कहानी?

आपको बता दें आर.बी वर्मा जी की मुलाकात यूनानी के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब से हुई। एक दिन वह रोजाना की तरह ही टीवी देख रहे थे जब उनकी नजर अचानक से हकीम साहब के बेहद चर्चित शो सेहत और जिंदगी पर गई जिसमें मशहूर हकीम साहब लोगों को यूनानी नुस्खों के बारें में बता रहे थे। लोगों को मिलते आराम को देखते हुए आर. बी वर्मा जी काफी प्रभावित हुए। उन्होंने देखा की हकीम साहब के घरेलू नुस्खों से कई लोगों को आराम मिल रहा है। इसके बाद बिना किसी देरी के उन्होंने पेट की समस्या में कारगर P.CARE को ATIYA HERBS से मंगवा लिया। जब यूनानी नुस्खों से आराम लगने लगा तो उसके बाद आर. बी वर्मा जी ने हकीम साहब के अन्य यूनानी नुस्खों का इस्तेमाल करना शुरू किया। इन नुस्खों के इस्तेमाल के कुछ समय बाद ही वर्मा जी को हकीम साहब पर भरोसा हो गया। उनकी पत्नी ने भी अपने घुटनों के दर्द के लिए गोंद सियाह का इस्तेमाल करना शुरू किया। गोंद सियाह के इस्तेमाल के कुछ समय बाद ही वर्मा जी की पत्नी काफी हैरान थीं कि क्योंकि उन्हें भी घुटनों के दर्द में आराम होने लगा। घुटनों में दर्द से तो राहत मिली लेकिन उसके साथ ही वजन भी कम हुआ। इसे देख आर.बी वर्मा जी काफी खुश हो गए।

आर.बी वर्मा जी की कहानी से जुड़ी कुछ खास बातें

  1.  पेट की तकलीफ में P.CARE रहा कारगर
  2.  पत्नी को भी मिला यूनानी नुस्खों से घुटनों के दर्द में आराम
  3.  सेहत और जिंदगी प्रोग्राम के जरिए हकीम साहब से जुड़े

आर.बी वर्मा जी स्वस्थ होने के बाद यूनानी नुस्खों के जरिए कर रहे हैं लोगों की सेवा

रिटायर होने के बाद एक देशभक्त होने के नाते से आर.बी वर्मा जी ने समाज की सेवा करने का फैसला कर लिया है। उन्होंने फैसला किया है कि वे हकीम जी के यूनानी नुस्खों के माध्यम से उन लोगों की मदद करेंगे जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। वे निःस्वार्थ भाव से लोगों को स्वस्थ करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। आर.बी वर्मा जी ने यह भी बताया कि पाचन संबंधी समस्याओं और घुटनों में दर्द की समस्या के अलावा हकीम साहब के यूनानी नुस्खों से वह कई लोगों की मदद कर चुके हैं। आज जो वह स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी गुजार रहे हैं उसका सारा श्रेय वह यूनानी के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब को ही देते हैं।

आप आर.बी वर्मा जी के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं........

गोंद सियाह क्या है ?

 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।

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