9 साल बाद देसी नुस्खे से कमर दर्द और जोड़ों के दर्द को हराकर लाखों करोड़ों लोगों के लिए मिसाल बनी जयपुर की शमा फिरदोस।

1 Days ago | 5 mins

यह कहानी है जयपुर के घाटगेट तोपखाना हुज़ूरी की एक बिल्डिंग में रहने वाली 53 वर्षीय शमा जी की। इनकी कहानी आपको सिखाती है की “जीवन में दर्द तो आएगा, लेकिन हंसना कभी मत भूलना” शमा जी एक साहसी और प्रेरणादायक गृहिणी हैं। इनकी जीवन यात्रा में एक ऐसा मोड़ आया जिसने इन्हें 9 साल तक कमर में बेहद दर्दनाक तकलीफ का सामना कराया। इस दर्द ने शमा जी को बिस्तर पर पड़ी रहने के लिए मजबूर कर दिया और उनके जीवन को पूरी तरह बदलकर रख दिया।

अचानक शुरू हुआ दर्द, शमा जी बोलीं, मैं दर्द से कराहती थी

शमा जी के जीवन में दर्द का यह सिलसिला अचानक शुरू हुआ। एक दिन, कमर में अचानक तीव्र दर्द हुआ, जिससे शमा जी पूरी तरह से असहाय हो गईं। दर्द इतना तेज था कि न तो वे करवट ले पा रही थीं और न ही खड़ी हो पा रही थीं। किसी तरह उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहाँ दवाइयाँ और इंजेक्शन से थोड़ी राहत मिली। लेकिन, दर्द का यह अचानक शुरू हुआ सिलसिला उनके जीवन को बदलकर रख दिया।

समय के साथ, शमा जी की तकलीफ बढ़ती चली गई। सुबह उठते ही कमर में दर्द होता था और उठना या खड़ा होना असंभव हो जाता था। दिन के मध्य में थोड़ा आराम मिलता था, लेकिन यह दर्द पूरे दिन उन्हें परेशान करता था। दर्द में राहत पाने के लिए वे सालों तक दवाइयाँ और इंजेक्शन लेती रहीं, लेकिन दवा का असर खत्म होते ही दर्द फिर से शुरू हो जाता था। धीरे-धीरे, यह दर्द घुटनों तक भी पहुँच गया, जिससे उनकी स्थिति और खराब हो गई। दर्द इतना तीव्र था कि कभी-कभी वे कराहते हुए रो पड़ती थीं।

सालों तक सहती रहीं दर्द

शमा जी ने पूरे 12 साल कमर के दर्द और 3 साल तक जोड़ों के दर्द को सहा। इनके पति इन्हें दर्द को कम करने के लिए तेल से मालिश करते थे और कभी-कभी ट्यूब से भी मसाज करते थे। एक दिन, शमा जी यूट्यूब पर वीडियो स्क्रॉल कर रही थीं तो अचानक हकीम सुलेमान खान साहब की एक वीडियो पर नजर पड़ी। इस वीडियो में उन्होंने कई लोगों की कहानियाँ सुनी, जिन्होंने जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए हकीम साहब की दवाइयों का सेवन किया।

शमा फिरदोस की कहानी से जुड़े महत्वपूर्ण पॉइंट्स:

  • शमा जी को 9 साल तक लगातार कमर और जोड़ों के दर्द से जूझना पड़ा।
  • दर्द की वजह से शमा जी घर का काम नहीं कर पा रही थीं और बिस्तर पर ही पड़ी रहती थीं।
  • दवाइयों और इंजेक्शनों से कोई असर नहीं हो रहा था, जिससे दर्द और बढ़ता जा रहा था।

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वीडियो देखने के बाद, शमा जी को हकीम सुलेमान खान साहब पर विश्वास हो गया। उन्होंने दिए गए नंबर पर कॉल किया और हकीम साहब के डॉक्टरों ने उन्हें गोंद सियाह और T. Care का सेवन करने के लिए कहा। चार महीने तक इन दवाओं का सेवन करने के बाद, शमा जी को इतना आराम मिला कि अब वे पूरे घर का काम अकेले कर सकती हैं और सीढ़ियाँ भी चढ़ जाती हैं। इतना ही नहीं, घर के पंखे भी वे स्वयं ही साफ करती हैं। अब शमा जी का कहना है कि कमर और जोड़ों के दर्द की वजह से वे अपने परिवार पर बोझ बन गई थीं। लेकिन हकीम सुलेमान खान साहब की यूनानी दवाओं और ऊपर वाले की दुआ के बाद, वे फिर से स्वस्थ हो गईं हैं।

हकीम साहब के नुस्खों के बाद शमा जी की जिंदगी में बदलाव:

  1. हकीम सुलेमान खान साहब की दवाइयों से शमा जी को 4 महीने में दर्द में राहत मिली।
  2. अब वे पूरी तरह स्वस्थ हो गईं हैं और अकेले घर के सभी काम कर सकती हैं।
  3. हकीम साहब के नुस्खों से न केवल शमा जी को फायदा हुआ, बल्कि उनके रिश्तेदारों को भी राहत मिली।

रिश्तेदारों को दी हकीम सुलेमान खान साहब के नुस्खे अपनाने की सलाह

शमा जी ने अपने रिश्तेदारों को भी हकीम सुलेमान खान साहब की जड़ी-बूटी के बारे में बताया। उन्होंने उच्च रक्तचाप (BP) और थायरॉइड की समस्याओं के लिए भी हकीम साहब की यूनानी दवाइयाँ मँगवाईं और अब उन्हें भी आराम मिला है। अगर आपको भी जोड़ों के दर्द से संबंधित को समस्या है तो एक बार हकीम सुलेमान खान साहब से जरूर संपर्क करें।

आप शमा जी के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं…

गोंद सियाह क्या है ?

 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।

T. Care क्या है?

T. Care हकीम सुलेमान खान साहब के द्वारा तैयार की गई S. Care और R. Care दवाओं का मिश्रण है, जो ऑर्थोपेडिक्स और मांसपेशियों की समस्याओं से लड़ने और आराम दिलाने में सहायक है। अगर आप शरीर के किसी भी तरह के दर्द से परेशान हैं या फिर जोड़ों में सूजन की वजह से दुखी हैं, और हर तरह का इलाज कर चुके हैं लेकिन आराम नहीं मिल रहा है तो T. Care आपके लिए समाधान है इसे एक बार जरूर अपनाएं।

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