चलने फिरने में होती थी तकलीफ अब बेफ्रिक होकर करती हैं घर का सारा काम

1 Days ago | 5 mins

उम्र बढ़ने के साथ-साथ घुटनों में होने वाला दर्द भी काफी तकलीफदेह होता चला जाता है, इस समस्या से परेशान व्यक्ति का उठना-बैठना भी काफी मुश्किल हो जाता है, ऐसे में लोग तरह तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं और डॉक्टर को भी दिखाते हैं जिससे आपको समस्या में काफी आराम मिल सकता है आपको बता दें अगर सही समय पर इस पर ध्यान ना दिया जाए तो इससे आपको काफी परेशानी हो सकती है। घुटनों का दर्द ना केवल बुजुर्गों में बल्कि युवाओं में भी देखने को मिलता है। ऐसी ही एक महिला हैं जो घुटनों के दर्द से काफी परेशान थी जिनकी हम बात कर रहे हैं वो हैं लखनऊ की भूपेंद्र कौर जी। आपको बता दें आज वह स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रही हैं तो आइये जानते हैं कि उन्हें कैसे घुटनों के दर्द में आराम मिला?

जानिए कौन है भूपेंद्र कौर जी?

लखनऊ की रहने वाली भूपेंद्र कौर जी काफी मेहनती और दयालु स्वभाव की महिला हैं। उन्हें लोगों की मदद करना बहुत अच्छा लगता है। उनसे बात करते ही उनके स्वभाव का पता चलता है। भूपेंद्र कौर जी की उम्र करीब 63 साल की है और वे अपने परिवार के साथ बहुत ही खुशी के साथ रहती हैं। वे एक हाउसवाइफ है और उनके परिवार में उनके पति और एक बेटा रहता है।

अपने परिवार और उनकी सेहत को लेकर भूपेंद्र कौर जी काफी सतर्क रहती हैं। लेकिन वो कहते हैं ना कि सब की देखभाल करने वाला अक्सर परेशान रहता है। दरअसल उन्हें घुटनों के दर्द की परेशानी हो गयी थी जिसकी वजह से वह काफी तकलीफ से गुजर रही थी।

घुटनों के दर्द से परेशान भूपेंद्र कौर जी के लिए जिंदगी गुजारना नहीं था आसान

भूपेंद्र कौर जी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वे परिवार की सेहत पर ध्यान देते देते अपनी सेहत पर ध्यान ही नहीं दे पाई। जिसके कारण उन्हें घुटनों में दर्द की समस्या हो गयी। शुरूआत में वे पेन किलर लेकर खुद को आराम दे देती लेकिन जब दर्द बढ़ने लगा तो उनकी समस्या भी बढ़ने लगी। भूपेंद्र कौर जी ने बड़े डॉक्टरों से अपना उपचार कराना शुरू किया और इसके दौरान वे खाने पीने की चीजों का ख्याल रखती थीं। लेकिन उनका यह उपचार ज्यादा दिनतक चल नहीं पाया। दरअसल लगातार हेवी दवाओं के सेवन से उन्हें किडनी की समस्या हो गयी थी। जिसके कारण उन्हें यह उपचार छोड़ना पड़ा। अब भूपेंद्र कौर जी अपने घुटनों के दर्द को लेकर काफी परेशान रहने लगीं। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आखिर घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए क्या किया जाये। उन्होंने उम्मीद ही छोड़ दी थी कि वह कभी स्वस्थ हो पाएंगी वो कहते हैं ना ऊपर वाला जब भी किसी को कुछ देता है तो समय से ही देता है। भूपेंद्र कौर जी का भी समय शायद आ ही गया था। उस समय उनकी मुलाकात यूनानी में मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से हुई। जिसके बाद उनकी जिंदगी ही बदल गई।

जानें कहानी से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु

  • सेहत पर ध्यान ना देने की वजह से हुई घुटनों की परेशानी
  • ज्यादा दवा खाने की वजह से किडनी में भी तकलीफ होने लगी
  • कई डॉक्टरों को भी दिखाया पर फिर भी उन्हें आराम मिला

आखिर हकीम जी के कौन से नुस्खे अपनाकर भूपेंद्र जी को मिला पहले से दर्द में आराम?

आपको बता दें वह रोजाना टी.वी देखती थी तभी एक दिन टीवी देखते हुए इन्होंने हकीम सुलेमान खान साहब जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा। सेहत और जिंदगी में उन्होंने देखा कि लोग हकीम जी के घरेलू नुस्खे अपना रहे हैं और अपनी समस्याओं में राहत पा रहे हैं। भूपेंद्र कौर जी का भी हकीम जी की यूनानी बूटी अपनाने का मन हुआ। उन्होंने सीधा हकीम जी से संपर्क किया और अपनी समस्या के लिए कारगर बूटी जाननी चाही। फिर हकीम जी ने उनकी समस्या के लिए दर्द में सबसे कारगर बूटी गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी। भूपेंद्र कौर जी ने भी बिना देरी किये ATIYA HERBS से गोंद सियाह मंगाया और इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। गोंद सियाह के इस्तेमाल के कुछ समय बाद ही उन्हें अपने घुटनों के दर्द में काफी आराम होने लगा। जहां एक तरफ उन्हें चलने फिरने से लेकर उठने बैठने तक में समस्या होती थी वहीं अब वे बेफिक्र होकर अपने सारे घर का काम करती हैं। हकीम जी के गोंद सियाह से उन्हें काफी आराम मिला है।

भूपेंद्र कौर जी की जिंदगी में क्या बदलाव आये?

  1. पहले से इनका घुटनों का दर्द हुआ काफी कम
  2. गोंद सियाह के सेवन से कुछ ही दिनों में दिखने लगा था असर
  3. अब वो बेफिक्र होकर कर लेती हैं घर का काम

भूपेंद्र कौर जी स्वस्थ होने के बाद लोगों को यूनानी नुस्खे अपनाने की देती हैं सलाह

भूपेंद्र कौर जी हकीम जी के नुस्खे अपनाकर खुद तो स्वस्थ हुईं ही साथ ही अब वे लोगों को भी स्वस्थ कर रही हैं। सबसे पहले तो उन्होंने अपने बेटे के घुटनों के दर्द के लिए ही गोंद सियाह मंगाया। उनके बेटे को भी अपनी समस्या में काफी आराम है। अब वे लोगों को हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाने की सलाह देती हैं। उनका कहना है कि हकीम जी हमारे लिए भगवान बन कर आये हैं। उन्होंने अपने यूनानी नुस्खों से मुझे और मेरे बेटे के घुटनों के दर्द को सही कर दिया। हकीम जी के बात करने का तरीका और नुस्खा बताने का तरीका भूपेंद्र कौर जी को काफी पसंद आया। अब वह हकीम जी की लंबी उम्र की दुआएं मांगती हैं।

आप भूपेंद्र कौर जी के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं....

गोंद सियाह क्या है ?

 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।

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