कमलेश जी ने लगातार बढ़ रहे कमर दर्द को यूनानी नुस्खें अपनाकर किया कम
अशोक अग्रवाल जी-दिल्ली । आर. बी. वर्मा-लखनऊ- । एच.एम आनंद-दिल्ली । चौधरी जमील जी-दुबई। दयावती जी-दिल्ली । दयाशंकर तिवारी-लखनऊ। मौलाना उस्मान-दुबई
कमर दर्द आज के समय में एक आम समस्या बन गयी है। जिससे ना केवल युवा बल्कि बुजुर्ग भी काफी परेशान रहते हैं। अगर देखा जाए यदि व्यक्ति 50 की उम्र पार कर ले तो उसे कोई ना कोई समस्या आकर घेर ही लेती है। जो बढ़ती उम्र में आपके दर्द का कारण भी बन सकती है। ऐसी परेशानी आने से पहले ही व्यक्ति को खुद की सेहत का पूरी तरह से ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। अन्यथा शरीर को बढ़ती उम्र के साथ इस परेशानी को झेलना पड़ सकता है। उन्हीं परेशानियों में शामिल कमर दर्द एक ऐसी परेशानी है जिससे कई लोग परेशान रहते हैं और इसकी वजह से चलने में भी काफी तकलीफ होती है। तो चलिए आज हम आपको बताएंगे कमलेश जी और उनके परिवार के बारे में कि किस प्रकार कमलेश जी खुद तो स्वस्थ हुईं ही साथ ही अपने परिवार को भी स्वस्थ किया। आइये जानते हैं उनकी पूरी कहानी?
जानिए कौन हैं कमलेश जी?
कमलेश जी हरियाणा के पांसरा गांव की रहने वाली हैं और उनकी उम्र 55 साल है। 55 साल की कमलेश जी अपना और अपने परिवार की सेहत का पूरा ख्याल रखती हैं। कमलेश जी हमेशा से ही मददगार महिला रही हैं। लोगों को समस्याओं में देखकर वह उनकी सहायता करें बिना रह नहीं पाती। यह तो उनकी बातचीत करने के ढंग से ही पता चलता है। उनका बहुत ही छोटा सा परिवार है। उनके परिवार में उनके पति, दो बेटे, दो बहु, एक पोता और एक पोती है। दादी बनी कमलेश जी अपने पोते और पोती के साथ काफी अच्छे से जीवन बिता रही हैं।
कमलेश जी के पति खेती करते हैं और उनका एक बेटा भी अपने पिता के साथ खेती करता है। उनका दूसरा बेटा बैंक में काम करता है। अब बात करते हैं कमलेश जी के पुराने समय की जिसमें वह काफी परेशानियों का सामना कर रही थीं। उस समय उन्हें काफी परेशानियों को झेलना पड़ रहा था। जिसका सीधा असर उनकी खुशहाल जिंदगी पर भी पड़ रहा था।
कमर दर्द से लाचार कमलेश जी के जीवन में आ गई थी काफी समस्याएं, जानें पूरी कहानी?
कमलेश जी को करीब 15 साल से कमर में दर्द की समस्या थी। इसी समस्या के कारण उनका उठना-बैठना भी काफी मुश्किल हो रहा था। इस समस्या से राहत पाने के लिए कमलेश जी कई तरह के प्रयास किया करती थीं। लेकिन उससे भी कमलेश जी को आराम नहीं लग रहा था। दवाओं के असर रहने तक कुछ समय तो आराम रहता लेकिन हालत फिर वैसी की वैसी ही। कमलेश जी बताती हैं कि उन्होंने अपनी समस्या के लिए ऐसा कोई डॉक्टर नहीं बचा जिससे उन्होंने अपने दर्द के लिए दवा ना ली हो। लेकिन इन सब के बावजूद भी कमलेश जी को कमर के दर्द में कोई आराम नहीं मिल रहा था। कमलेश जी के साथ ही उनके पति को भी शरीर में दर्द की समस्या थी। उनके पति भी अपना अधिकतर समय बिस्तर पर ही बिताया करते थे। माता-पिता की ये हालत देखकर बच्चे भी काफी परेशान रहने लगे। लेकिन आखिर कर भी क्या सकते हैं। बच्चों ने भी हर तरह का प्रयास कर के देख लिया था। पर कोई हल नजर नहीं आ रहा था कि आखिर कैसे सालों पुराने दर्द को कम किया जाये। वो कहते हैं ना जीवन में अगर सुख है तो दुख भी है बस जरूरी है उस समय समस्या का डटकर सामना करना। शायद कमलेश जी के जीवन मे भी बुरा वक्त गुजरने ही वाला था।
कहानी से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु पर ध्यान दें
- कमलेश जी को 15 साल से कमर दर्द की परेशानी थी।
- परिवार के लोग भी उनकी समस्या देख काफी चिंतित रहने लगे।
- कमर दर्द के कारण उठना-बैठना भी काफी मुश्किल हो गया
जब कहीं कोई रास्ता नहीं मिला तो हकीम साहब के यूनानी नुस्खे बने कमलेश जी का सहारा
आपको बता दें धीरे धीरे समय बीता और कमलेश जी को मिला कुछ ऐसा कि उसके बाद तो मानो उनकी जिंदगी ही बदल गयी हो। कमलेश जी अपना अधिकतर समय घर पर ही बिताया करती थीं। एक दिन टीवी देखते हुए उनकी नजर हकीम सुलेमान खान साहब पर पड़ी। दरअसल उस समय हकीम साहब का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी चल रहा था। कमलेश जी ने उनका शो देखा और वे हकीम साहब से काफी प्रभावित हुईं। कमलेश जी बताती हैं कि उन्होंने हकीम साहब का शो रोजाना देखना शुरू कर दिया। उन्होंने अपनी समस्या के लिए हकीम साहब के यूनानी नुस्खों को अपनाना शुरू कर दिया। जब यूनानी नुस्खों से आराम होने लगा तो उन्होंने ये नुस्खे अपने पति को देना शुरू कर दिया। कमलेश जी और उनके पति को हकीम साहब पर भरोसा हो गया और उन्होंने फोन पर हकीम साहब से संपर्क किया। हकीम साहब ने उन्हें उनकी समस्या के लिए सबसे कारगर बूटी गोंद सियाह का सेवन करने की सलाह दी। कमलेश जी ने बिना देरी किये ATIYA HERBS से असली गोंद सियाह मंगवा लिया और दिये गये निर्देश अनुसार उसका सेवन करना शुरू कर दिया। कमलेश जी बताती हैं कि गोंद सियाह के सेवन करने से कुछ समय में ही उनको कमर के दर्द में मानो राहत मिलने लगी हो। उनके पति को भी आराम होने लगा। जहाँ उनके पति को गाड़ी से जाना पड़ता था आज वे खुद पैदल चलकर चले जाते हैं। पहले तो उनके लिए ये विश्वास करना भी काफी मुश्किल था पर आराम को देखते हुए वह हकीम जी से काफी प्रभावित हुई। कमलेश जी हकीम जी के नुस्खों को अपनाकर बिल्कुल स्वस्थ हो गयी हैं और उनका परिवार भी हकीम साहब के घरेलू नुस्खों को अपनाकर स्वस्थ हो गया है। वो कहते हैं ना की हर किसी की जिंदगी में एक ना एक बार बुरा वक्त जरूर आता है पर ये वक्त आपको कई तरह की सीख भी देकर जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ कमलेश जी के साथ। उनका ये बुरा वक्त भी जल्द ही गुजर गया।
जानें कैसे मिला घुटनों के दर्द में आराम?
- सेहत और जिंदगी पर रोजाना देखते हैं हकीम जी के नुस्खे
- गोंद सियाह के सेवन से कमर दर्द हुआ काफी कम
- कमलेश जी के परिवार को हकीम जी के नुस्खों पर हुआ भरोसा
कमर दर्द में आराम मिलने के बाद यूनानी नुस्खों से अब तक करीब 50 लोगों की कर चुकी है मदद
कमलेश जी और उनका पूरा परिवार आज सेहतमंद जिंदगी बिता रहा है। साथ ही वे हकीम साहब के नुस्खों को लोगों तक पहुँचा कर उनकी मदद कर रही हैं। कमलेश जी का कहना है कि वे अब तक करीब 50 लोगों की मदद कर चुकी हैं। किसी को पेट की समस्या में आराम मिला तो किसी को जोड़ों के दर्द की समस्या में आराम मिला है। सभी कमलेश जी का बहुत अहसान मानते हैं और उनका काफी सम्मान भी करते हैं। कमलेश जी का कहना है कि हकीम साहब उनके और उनके परिवार के लिए भगवान का रूप बनकर आये हैं। उन्हें जितनी बार याद करें उनके लिए बस दुआ ही निकलती है। हकीम साहब लोगों की सेवा करके पुण्य का काम कर रहे हैं। वह चाहती हैं कि जिस तरह से उन्हें हकीम साहब के नुस्खों से आराम मिला उसी तरह से और लोगों को भी आराम मिले। हकीम जी इसी तरह से भविष्य में भी लोगों की मदद करते रहें।
आप कमलेश जी के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं........
गोंद सियाह क्या है ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।