यूनानी नुस्खों से कमर दर्द में मिले आराम के बाद हसीना जी को मिली जीने की नई उम्मीद
अशोक अग्रवाल जी-दिल्ली । आर. बी. वर्मा-लखनऊ- । एच.एम आनंद-दिल्ली । चौधरी जमील जी-दुबई। दयावती जी-दिल्ली । दयाशंकर तिवारी-लखनऊ। मौलाना उस्मान-दुबई
कमर शरीर के मुख्य हिस्सों में से एक है। यह आपको दैनिक जीवन की दूसरी अनेको गतिविधियों को आसानी से पूरा करने में मददगार है। जब किसी कारणवश कमर में दर्द होता है तो उन गतिविधियों को करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज से कुछ साल पहले, कमर दर्द या पीठ दर्द केवल बूढ़े लोगों में देखने को मिलता था। बदलती जीवनशैली और पोषण की कमी के कारण आज यह समस्या युवाओं में अधिक देखने को मिल रही है जिसमें लड़के और लड़कियां दोनों शामिल हैं। कमर में दर्द होना एक आम समस्या है। लेकिन कमर में दर्द होने की वजह अगर रीढ़ की ह़ड्डी है तो इस पर आपको ध्यान देने की जरूरत है। लेकिन कमर से जुड़ी रीढ़ की हड्डी के दर्द को यूनानी नुस्खों से भी कम किया जा सकता है। ऐसा ही दर्द बरकरार था मुंबई की हसीना जी के जीवन में तो आइये जानते हैं कि उन्होंने हकीम जी के कौन से नुस्खे से कमर दर्द में राहत पाई?
आखिर कौन है हसीना खाना?
मुंबई की रहने वाली हसीना खान जी की उम्र 58 साल है। वे अपने परिवार के साथ ही मुंबई में ही रहती हैं। उनके परिवार की बात करें तो उनके परिवार में उनके पति, तीन बेटे, दो बेटी, बहू और पोता रहते हैं। हसीना खान जी बहुत ही साधारण महिला हैं। वे हमेशा लोगों की मदद करने के लिए आगे रहती हैं। आपको बता दें शायद इसी वजह से लोग उनके व्यवहार को काफी पसंद करते हैं।
हसीना जी का स्वभाव काफी खुशमिज़ाज है। पर शायद इस बात का किसी को अंदाजा नहीं था कि सबकी मदद करने वाली हसीना जी को इतनी बढ़ी तकलीफ हो जाएगी दरअसल उन्हें कमर में दर्द हो गया था जिसकी वजह से उनकी जिंदगी ही बदल गयी है।
हसीना जी को कैसे हुई कमर की तकलीफ? जानिए पूरी कहानी?
दरअसल एक दिन हसीना खान जी काम करते हुए गिर गयीं और उन्हें रीढ़ की हड्डी में चोट लग गयी। रीढ़ की हड्डी में चोट लगने से उन्हें कमर में दर्द रहने लगा। इस दर्द में व्यक्ति को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हसीना खान जी भी काफी मुश्किलों का सामना कर रही थीं। उन्होंने अपनी समस्या का उपचार कराना शुरू किया। हसीना खान जी ने अपने कमर दर्द को कम करने के लिए तरह-तरह के बड़े से बड़े डॉक्टर को दिखाया। बता दें कि हसीना खान जी को कमर दर्द की शुरूआत साल 1993 में हुई थी। लेकिन 2008 तक भी उन्हें अपनी समस्या में कोई आराम नहीं मिल सका। उन्होंने एक लंबे अरसे तक एलोपैथिक दवाओं का इस्तेमाल किया। जिनकी वजह से उन्हें शरीर की दूसरी समस्या भी होनी शुरू हो गयीं। कई डॉक्टरों ने तो उन्हें रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन तक करने के लिए कह दिया था। जिसकी वजह से वह काफी परेशान थी। हसीना खान जी आखिर कर भी क्या सकती थीं। अपने दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए वो जो कुछ कर सकती थीं वो कर रही थीं। पर कहते हैं कि वक्त से पहले और भाग्य से ज्यादा ना किसी को कुछ मिला है और ना ही मिल सकता है। हसीना खान जी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। साथ ही उनके परिवार वाले भी काफी दुखी रहते थे। उनके लिए ये समझपाना काफी मुश्किल हो रहा था कि अब वह ऐसा क्या करें जिससें उन्हें कमर दर्द में आराम मिले।
किन-किन परेशानियों का करना पड़ा सामना?
- कमर के अलावा दूसरी तकलीफ होनी शुरू हो गयी।
- परिवार वाले भी हसीना जी को देख काफी दुखी थे।
- बढ़ते कमर दर्द के कारण ऑपरेशन कराने की आ गई थी नौबत
हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाकर मिली कमर दर्द में राहत
आपको बतो दें उन्होंने एक लंबे समय तक अपने दर्द की समस्या का उपचार कराया। लेकिन सही वक्त तक वो सही नहीं हो पायीं। दरअसल उन दिनों आयुर्वेद में मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब का इंकलाब अखबार में आर्टिकल छपता था। मुंबई के रहने वाले हजारों लोग उसी के माध्यम से हकीम जी से जुड़े थे। हसीना खान जी ने जब इंकलाब अखबार में हकीम जी का आर्टिकल पढ़ा तो वो भी हकीम जी से काफी प्रभावित हुईं। उन्होंने सोचा कि एक बार हकीम जी के घरेलू नुस्खे का भी इस्तेमाल करके देख लिया जाये। उन्होंने हकीम जी के बारे में पता करना शुरू किया। जो लोग हकीम जी के यूनानी नुस्खों का इस्तेमाल कर रहे थे। उन सभी ने हकीम जी की बूटी को किसी भी समस्या के लिए असरदार बताया। अब हसीना खान जी को हकीम जी पर यकीन होने लगा और उन्होंने सीधा हकीम जी को कॉल कर दिया। हकीम जी से संपर्क करने के बाद उन्होंने अपनी सारी समस्या हकीम जी को बता दी। हकीम जी ने उनकी रीढ़ की हड्डी मे दर्द के लिए दर्द में सबसे कारगर बूटी S- CARE इस्तेमाल करने की सलाह दी। हसीना खान जी ने बिना देरी किये ATIYA HERBS से ही एस. केयर को खरीदा और उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। हसीना खान जी बताती हैं कि हकीम जी की इस बूटी को अपनाने के बाद उन्हें कुछ ही दिनों में आराम दिखाई देने लगा। अपनी समस्या में आराम होता देख उन्हें हकीम जी के यूनानी नुस्खों पर पूरा भरोसा हो गया। और उसके कुछ ही समय बाद उन्होंने अपनी समस्या को अलविदा कह दिया। आज हसीना खान जी हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाकर एक स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रही हैं।
कहानी से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
- हकीम जी के नुस्खे बने कमर दर्द में हसीना जी का सहारा
- इंकलाब अखबार में छपे आर्टिकल के माध्यम से हकीम जी से जुड़ी
- S.care दवा खाने के बाद मिला कमर दर्द में आराम
स्वस्थ होने के बाद अब कई लोगों को हकीम जी के नुस्खे अपनाने की देती हैं सलाह
हसीना खान जी हकीम जी के यूनानी नुस्खों से खुद तो स्वस्थ हुईँ ही साथ ही अब वे लोगों की भी मदद कर रही हैं। हसीना खान जी का कहना है कि हकीम जी के नुस्खों ने मुझे फिर से पहले जैसा कर दिया है। आज अगर मैं स्वस्थ और सेहतमंद हूं तो केवल हकीम जी की मेहरबानी से। हसीना खान जी अब रोजाना हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखती हैं। साथ ही हकीम जी अपने शो में जो भी घरेलू नुस्खे बताते हैं उन्हें एक कॉपी में लिखकर लोगों को बताती हैं। वह चाहती हैं कि हकीम साहब इसी तरह लोगों की मदद करते रहें और उन्हें इससे फायदा मिले।
आप हसीना खान जी के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं........
S- CARE क्या है?
एस-केयर दवा अच्छी तरह से परीक्षण और शोधित है, जो गठिया जैसे मांसपेशियों और जोड़ों के रोगों के रोगियों को पूर्ण संतुष्टि देती है। इतना ही नहीं, अल्सर और मुंहासे जैसी अन्य समस्याओं पर भी यह दवा व्यापक प्रभाव डालती है। लेकिन, यह मुख्य रूप से मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं को सही करने में कारगर है। यह मांसपेशियों की अकड़न का उपचार करता है और दर्द से राहत दे सकता है।