नानूराम जी के लिए कमर दर्द के साथ जिंदगी जीना नहीं था आसान, जानें पूरी कहानी?
अशोक अग्रवाल जी-दिल्ली । आर. बी. वर्मा-लखनऊ- । एच.एम आनंद-दिल्ली । चौधरी जमील जी-दुबई। दयावती जी-दिल्ली । दयाशंकर तिवारी-लखनऊ। मौलाना उस्मान-दुबई
बढ़ती उम्र के साथ शरीर में कुछ समस्याओं का आना जायज़ है। लेकिन अगर कोई अपने स्वास्थ्य का सही से ध्यान रखता है तो उम्र बढ़ने पर आपको ज्यादा तकलीफ नहीं होगी। आजकल तो जो समस्या बुजुर्गों में होती थी वो युवाओं में भी देखने को मिलती है। कमर दर्द उन्हीं समस्याओं में शामिल है इस दर्द की वजह से आपका चलना-फिरना, भी काफी मुश्किल हो जाता है तो आज हम बात करेंगे इंदौर के नानूराम जी के बारे में जिन्हें कमर में दर्द की समस्या थी जिसमें उन्हें यूनानी नुस्खों की मदद से काफी आराम मिला है। आइये जानते हैं खुद उन्हीं से कि वो कैसे स्वस्थ हुए?
कौन हैं इंदौर के नानूराम जी?
इंदौर के रहने वाले नानूराम जी काफी दयालु स्वभाव के व्यक्ति हैं जो अपनी पत्नी, बेटा और बहू के साथ रहते हैं। वे पेशे से एक बिजनेसमैन रहे हैं। जिनकी खुद की एलईडी की फैक्ट्री है जिसे अभी उनके बेटे संभाल रहे है। नानूराम जी बताते है कि उनके दर्द की शुरूआत मामूली पैर दर्द से हुई थी जो पिछले डेढ़ साल से है। लेकिन यही दर्द धीरे धीरे पीठ पर आ गया। इस तरह से ये दर्द उनकी पूरी कमर पर फैल गया। कुछ महीनों से परेशानी ज्यादा बढ़ने लगी। जिसकी वजह से उन्हें चलने फिरने में भी दिक्कत होने लगी। नानूराम जी बताते हैं कि उनके पेट में दोनों तरफ पथरी की समस्या भी रही है। जिसकी वजह से भी उन्हें इस उम्र में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। वैसे तो नानूराम जी काफी स्वस्थ व्यक्ति रहे है ये उनकी उम्र को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है।
क्या है कमर दर्द से परेशान नानूराम जी की कहानी, आइये जानते हैं?
बढ़ती उम्र के साथ-साथ व्यक्ति के शरीर के अंग भी कमजोर होने लगते हैं। जिसकी वजह से कुछ स्वास्थ्य समस्याएं लोगों में होने लगती है। आपको कमर दर्द की समस्या की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कमर दर्द की वजह से वे सही से बैठ भी नहीं पाते थे। चलना तो मानो नामुमकिन सा था। उन्होंने आस ही छोड़ दी थी कि वह कभी स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी गुजार पाएंगे। नानूराम जी के परिवार के सदस्य भी उन्हें देखकर काफी चिंतित रहने लगे।
उन्हें समझ ही नहीं आ रहा था की कमर दर्द की समस्या में क्या किया जाए? आखिर कैसे उनका कमर दर्द कम हो सकता है। वो कहते हैं ना परेशानी हर किसी के जीवन में आती है पर जरूरी है उस परेशानी का डटकर सामना करना। अगर आप भी वो सही कदम उठा लेंगे तो आपके लिए भी जीवन जीना आसान हो जाएगा। हर जगह से नाउम्मीद नानूराम जी के लिए जिंदगी जीना आसान नहीं था।
कौन सी परेशानियों का करना पड़ा सामना?
- चलना-फिरना हो गया था नानूराम जी के लिए मुश्किल
- नानूराम जी का टूटा हौसला फिर भी नहीं मानी हार
- कमर दर्द के कारण जीवन नहीं था आसान
हकीम साहब से जुड़कर बदला नानूराम जी का जीवन, जानें कैसे?
नानूराम जी बताते है कि उन्हें हकीम जी के बारे में उनके एक दोस्त से पता चला था। जिसके बाद से उन्होंने यूट्यूब पर हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखना शुरू किया। कई बार तो वे हैरान होते थे कि हकीम सुलेमान खान साहब ऐसे नुस्खे कहां से लेकर आते है बहराल उन्होंने जब लोगों के अनुभवों को सुना तो उन्हें भरोसा मिला कि हो सकता है उन्हें भी हकीम जी के घरेलू नुस्खों से दर्द में राहत मिल जाए। जिसके चलते उन्होंने सेहत और जिंदगी शो के स्क्रिन पर दिखाए जा रहे नंबर पर हकीम जी को संपर्क किया। जहां हकीम जी ने उनकी समस्या को समझते हुए उन्हें गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी। जिसके बाद नानूराम जी ने ATIYA HERBS से गोंद सियाह को मंगवाया और इस्तेमाल करना शुरू किया।
नानूराम जी की कहनी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदू
- गोंद सियाह के सेवन से मिला नानूराम जी को फायदा
- ATIYA HERBS से मंगवाया कमर दर्द से राहत के लिए गोंद सियाह
- हकीम जी के यूनानी नुस्खे अपनाकर हुए काफी स्वस्थ
कमर दर्द में राहत मिलने के बाद अब बिता रहे हैं सेहतमंद जिंदगी
गोंद सियाह के सेवन से नानूराम जी को काफी आराम मिलना शुरू हो गया। नानूराम जी बेहद खुश हैं और वे स्वस्थ महसूस कर पा रहे हैं। वे हकीम जी के यूनानी नुस्खों के बारे में अपने परिवार को बताते हैं जिससे उन्हें भी हकीम जी के नुस्खों पर भरोसा होने लगा है। इसके साथ अपने आस-पास के लोगों को भी नानूराम जी हकीम जी के नुस्खों का जिक्र करते हैं ताकि जैसे उन्हें आराम मिला वैसे ही बाकि लोग भी सेहतमंद जिंदगी बिताएं। नानूराम जी हकीम जी को दुआ देते हुए कहते हैं कि हकीम जी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं औऱ ऐसे ही लोगों की मदद करते रहें और सुखी रहे, खुश रहे, दीर्घ आयु रहें।
आप नानूराम जी के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं....
गोंद सियाह क्या है ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।