चोट लगने के कारण बढ़ा घुटनों का दर्द फिर हकीम जी के नुस्खे से मिला फायदा
अशोक अग्रवाल जी-दिल्ली । आर. बी. वर्मा-लखनऊ- । एच.एम आनंद-दिल्ली । चौधरी जमील जी-दुबई। दयावती जी-दिल्ली । दयाशंकर तिवारी-लखनऊ। मौलाना उस्मान-दुबई
बढ़ती उम्र और शरीर में पोषक तत्वों की कमी जैसे और भी ऐसे कारण हैं जो घुटनों में दर्द के लिए जिम्मेदार होते हैं। घुटनों में दर्द होना अब एक आम समस्या हो गई है। ये अक्सर चलने,झुकने और खड़े होने जैसी दैनिक गतिविधियों से जुड़ा होता है। घुटने का दर्द उम्र बढ़ने या चोट के कारण हो तो यह परेशानी ही पैदा करती है। यदि आपका वजन अधिक है तो आपके घुटनों में दर्द होना मामूली बात है। घुटने का दर्द कभी–कभी खेल या अन्य चोट के कारण भी हो सकता है। वर्तमान समय में खान-पान में इतना ज्यादा बदलाव आ गया है कि व्यक्ति के शरीर को पोषक तत्व निश्चित मात्रा में नहीं मिल पाते हैं जिसकी वजह से घुटनों का दर्द आम होता जा रहा है। यही वजह है कि आजकल के बच्चे भी इस समस्या से काफी परेशान रहते हैं घुटनों का दर्द किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है।
जानिए कौन है प्रदीप कुमार जी?
लखनऊ में स्थित शिवाजीपुरम के आलम नगर में रहने वाले प्रदीप कुमार जी बहुत ही दयालु स्वभाव के व्यक्ति हैं। प्रदीप जी अपनी सेहत का खास ख्याल रखते हैं। प्रदीप जी कुछ समय पहले ही बैंक में मैनेजर के पद से रिटायर हुए हैं। काम को लेकर वह काफी अनुशासित हैं। आपको बता दें लोगों को उनका स्वभाव काफी अच्छा लगता है। वह हमेशा दूसरों की मदद करने के लिए आगे रहते हैं। वैसे तो अपनी सेहत को लेकर प्रदीप जी हमेशा जागरूक रहते हैं वह हल्की सी भी चूक नहीं करते हैं लेकिन काम के चक्कर में कभी- कभी वो खुद पर ही ध्यान देना भूल जाते थे। जिसका नतीजा यह निकला कि उन्हें घुटनों में दर्द होना शुरू हो गया।
आखिर कैसे शुरू हुआ प्रदीप जी के घुटनों में असहनीय दर्द ?
शुरूआत में जब उन्हें यह दर्द हुआ तो उन्हें इसके बारे में कोई खास जानकारी नहीं थी। दरअसल उन्हें यह समस्या तब हुई जब वे घर पर ही जीने पर चढ़ रहे थे। जीने पर चढ़ते-चढ़ते अचानक उनका पैर मुड़ गया। उन्हें लगा कि पैर में मोच आ गयी है इसी लिए घुटनों में भी दर्द हो रहा है। इसकी वजह से उठने-बैठने चलने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। उस समय तो प्रदीप जी ने दर्द की दवाई लेकर अपना काम चला लिया। लेकिन घुटनों में दर्द की समस्या समय के साथ बढ़ती चली गयी। अब यह दर्द असहनीय हो गया था। थोड़ा सा भी चलने पर यहां तक की टहलने पर भी दर्द तेजी के साथ होता था। जिसकी वजह से उनकी यह परेशानी और बढ़ने लगी।
ये समस्या इतनी बढ़ गई की इन्हें समय से पहले ही अपनी जॉब भी छोड़नी पड़ी। काफी दिन होने के बाद भी जब पैर का दर्द नहीं गया तो उन्हें काफी परेशानी होने लगी। पर वो कहते हैं ना हर किसी के जीवन में दुख आता है तो सुख भी आता है शायद प्रदीप कुमार जी के जीवन में भी सुख आने ही वाला था।
घुटनों के दर्द में किन-किन परेशानियों का करना पड़ा सामना?
- जीने से गिरने के कारण उनका पैर मुड़ गया था।
- उठने-बैठने में भी घुटनों के दर्द की वजह से होती थी तकलीफ।
- दवाई खाने के बाद भी कोई आराम मिलता नजर नहीं आ रहा था।
हकीम जी के किस नुस्खे से मिला घुटनों के दर्द में प्रदीप कुमार जी को फायदा?
आपको बता दें जब कहीं कोई रास्ता नहीं मिला तो फिर उन्होंने सोचा कि क्यों ना एक बार माननीय हकीम सुलेमान खान साहब के यूनानी नुस्खों को अपनाया जाये। क्योंकि उनके भाई ने उन्हें हकीम जी के बारे में बताया था। प्रदीप जी को पता चला की लखनऊ के आलमबाग में ही हकीम जी का क्लिनिक है तो उन्होंने क्लिनिक पर जाकर वहां के डॉक्टरों को अपनी समस्या बताई। तो उन्होंने इन्हें S. CARE और गोंद सियाह का सेवन करने की सलाह दी। प्रदीप जी ने बिना देरी किये ATIYA HERBS से गोंद सियाह मंगाया और उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। अब प्रदीप जी रोजाना हकीम जी का प्रोग्राम सेहत और जिंदगी देखते हैं जहां से उन्हें नए-नए यूनानी नुस्खों के बारे में पता चलता है। वैसे तो इन्हें दर्द में आराम मिल चुका लेकिन कभी कभी उनको हल्का दर्द उठने लगता है तो ये हकीम जी के द्वारा बताई गई कुछ चीजों को अपना लेते हैं। आराम मिलने के बाद आज उनकी पूरी जिंदगी ही बदल गई है पहले जहां वो चल नहीं पाते थे कोई काम नहीं कर पाते थे हर काम के लिए उन्हें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता था। पर अब वह आसानी से अपने सारे काम कर लेते हैं इसके लिए उन्हें किसी सहारे की भी जरूरत नहीं पड़ती।
प्रदीप कुमार जी की कहानी से जुड़े अहम बिंदु
- गोंद सियाह से घुटनों के दर्द में मिला काफी आराम
- सेहत और जिंदगी प्रोग्राम अब वह रोजाना देखते हैं
- प्रदीप जी अब आसानी से अपने सारे काम कर लेते हैं
प्रदीप जी के जीवन में आया बदलाव अब लोगों को यूनानी नुस्खे अपनाने की देते हैं सलाह
आज प्रदीप जी स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। क्योंकि उन्होंने अपनी समस्या के लिए कारगर यूनानी नुस्खे अपनाएं हैं। प्रदीप जी ने एक खास बातचीत में बताया कि उन्हें हकीम जी के यूनानी नुस्खे तो शुरू से ही पसंद थे लेकिन उन पर यकीन करने में थोड़ा समय लग गया। प्रदीप जी को जब घुटनों में दर्द की समस्या हुई और उन्होंने हकीम जी का काला गोंद इस्तेमाल किया उसके बाद तो उन्हें काफी आराम मिलने लगा। अब स्वस्थ होने के बाद वह दूसरों को भी यूनानी नुस्खे अपनाने की सलाह देते हैं। बाकी वे हकीम जी को भगवान का दूसरा रूप मानते हैं और उनकी लंबी उम्र की दुआएं करते हैं। वह चाहते हैं कि हकीम जी इसी तरह लोगों की मदद करते रहें।
आप प्रदीप कुमार जी के जीवन की पूरी कहानी दी गई वीडियो में देख सकते हैं....
गोंद सियाह क्या है ?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई समस्याओं को हम से दूर रख सकता है।